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"I want you "

“अरे, आप हिल क्यों रहे हैं? क्या आप ठीक से नहीं चल सकते? मैं पक्का गिर जाऊँगी।”, यह कहते हुए एक लड़की लगातार नशे में खुद से बोले जा रही थी।

उसे एक गार्ड ने पकड़ा हुआ था। उस लड़की की उम्र 18 या 19 साल लग रही थी। वह बार से बाहर निकल रही थी।

उस लड़की ने रेड कलर की शॉर्ट ड्रेस पहनी थी। उसके बाल खुले हुए थे। जब वह मुस्कुराती थी तो उसके गालों पर डिंपल पड़ते थे।

गार्ड परेशान होकर बोला, "आर्या मैडम, आपने बहुत ज़्यादा शराब पी ली है। अगर यह बात सर को पता चली तो बहुत गुस्सा करेंगे।"

यह सुनकर आर्या नशे में उस गार्ड को देखती है, फिर उँगली दिखाकर गुस्से से बोली, "कौन नशे में है? मैं नशे में नहीं हूँ, तुम नशे में हो! और डैडी मुझे क्यों डाँटेंगे? वह तुम्हें डाँटेंगे, तुमने इतनी ज़्यादा शराब क्यों पी रखी है?" यह सुनकर गार्ड शॉक हो जाता है।

गार्ड आर्या को फिर से पकड़ता है क्योंकि आर्या गिरने वाली थी, मगर इस बार आर्या उसके हाथ पर ज़ोर से मारते हुए गुस्से से बोली, "तुमने एक तो इतनी शराब पी ली है और अब तो मेरा हाथ पकड़ रहे हो? मैं डैडी से तुम्हारी शिकायत करूँगी। मुझे तुम जैसे शराबी के पास नहीं रहना।" इतना कहते ही आर्या उस गार्ड को धक्का देती है।

आर्या गार्ड के जेब से चाबी निकाल लेती है और अपनी कार में बैठते ही तेज़ी से ड्राइव करते हुए निकल गई। गार्ड घबराते हुए उसके पीछे भागते हुए चिल्लाया, "मैडम! मैडम! आप नशे में हैं, कार रोकिए!"

आर्या और तेज़ ड्राइव करते हुए खुश होकर बोली, "मैंने उससे पीछा छुड़ा लिया। वह शराबी गार्ड मेरे पीछे पड़ा था। उसे क्या लगता है, मैं यानी आर्या कोई कमज़ोर लड़की हूँ?" इतना कहकर आर्या हँसने लगती है।

आर्या मजे से ड्राइव कर रही थी। कार की स्पीड पहले तेज़ थी, मगर अब काफ़ी स्लो हो चुकी थी। अचानक आसपास काला धुआँ उठने लगता है।

आर्या को सामने कुछ भी नहीं दिख रहा था, इसलिए वह कार को रोक देती है। उसने कार को स्टार्ट किया, मगर कार स्टार्ट नहीं हो रही थी। इसलिए आर्या कार से बाहर आ गई।

आसपास कोई भी नहीं था, पूरा एरिया सुनसान था। आर्या को हल्की सी घबराहट हुई, तभी अचानक पेड़ हिलने लगते हैं।

आर्या घबराते हुए बोली, "कौन है वहाँ पर?"

मगर कोई आवाज़ नहीं सुनाई दी। आर्या धीरे-धीरे उस पेड़ की तरफ़ बढ़ जाती है। उसने अपना सर ऊपर करके देखा तो उस पेड़ से ढेर सारे चमगादड़ उड़कर उसके आसपास घूमने लगते हैं। आर्या बुरी तरीके से डर जाती है।

वह तुरंत वहाँ से भागने लगी। आर्या को महसूस हो रहा था कोई उसका पीछा कर रहा है। उसने घबराते हुए पीछे पलट कर देखा तो ढेर सारे चमगादड़ उसके पीछे आ रहे थे।

आर्या डरते हुए चिल्लाई, "हेल्प! हेल्प!" उसके माथे से पसीना निकल रहा था। नशे के कारण वह ठीक से भाग भी नहीं पा रही थी।

सड़क पर केवल चमगादड़ ही नज़र आ रहे थे जो काफ़ी डरावने लग रहे थे देखने में। आर्या सड़क के किनारे मौजूद झाड़ियों की तरफ़ भागने लगती है।

कुछ ही दूरी पर एक जंगल था। आर्या बिना सोचे समझे उसकी तरफ़ भागने लगी। लगभग 15 मिनट तक भागने के बाद वह थक कर ज़मीन पर गिर जाती है।

आर्या की साँस फूलने लगी थी।

आर्या डरते हुए आसपास देखकर बोली, "कौन है? प्लीज मुझे जाने दो।" कहते ही आर्या रोने लगी। तभी आसपास सफ़ेद धुआँ उड़ने लगा।

उसमें कई परछाई नज़र आने लगी। आर्या ने ध्यान से देखा तो ढेर सारे वुल्फ वहाँ पर मौजूद थे जो उसे शिकारी भरी नज़रों से देख रहे थे।

आर्या पीछे की तरफ़ खिसकते हुए बोली, "मेरे पास मत आना, मेरे पास मत आना।" वह वुल्फ भी धीरे-धीरे आर्या की तरफ़ बढ़ने लगे। उन वुल्फ की आँखों में एक चमक थी। वह सभी गुर्राते हुए आर्या की तरफ़ बढ़ते हैं।

आर्या इस बार ज़ोर से रोते हुए बोली, "हेल्प! प्लीज कोई मेरी हेल्प करो! हेल्प!" वह सभी वुल्फ एक साथ आर्या के ऊपर हमला कर देते हैं।

आर्या चिल्लाते हुए अपनी आँखों को बंद कर लेती है, मगर उसे अपनी बॉडी में दर्द महसूस नहीं हो रहा था। इसलिए आर्या धीरे से अपनी आँखें खोलकर देखती है।

आर्या की धड़कनें डर के मारे बढ़ रही थीं। उसे अपने सामने एक आदमी नज़र आया जिसने उसे कस के पकड़ा हुआ था, मगर उसके चेहरे पर मास्क था। उसके लंबे बाल जो कंधे तक थे, वह हवा में लहरा रहे थे। उस आदमी की नीली आँखें बेहद शांत मगर ख़तरनाक लग रही थीं।

आर्या ने घबराते हुए आसपास देखा तो वुल्फ अभी भी वहाँ पर मौजूद थे। आर्या डरते हुए बोली, "प्लीज मुझे बचा लो, मुझे इन वुल्फ से बचा लो।"

वह आदमी अपनी पकड़ आर्या की कमर पर कर देता है और आर्या के चेहरे को देखते ही उसकी आँखों में एक अजीब सी लस्ट नज़र आई।

उसके इस तरह देखने से आर्या डरकर बोली, "आप मुझे ऐसे क्यों देख रहे हैं?" कहते ही वह उस आदमी की पकड़ से छूटने की कोशिश करने लगी।

तभी उस आदमी की डरावनी हँसी आर्या के कानों में पड़ी तो आर्या के माथे से पसीना निकलने लगा। उसने रोते हुए कहा, "प्लीज मुझे जाने दो। मैं किसी से कुछ भी नहीं कहूँगी, प्लीज मुझे जाने दो।"

वह आदमी आर्या के आँसू को अपने अँगूठे से पोंछता है, फिर उसके नर्म होठों को अँगूठे से मसलते हुए कोल्ड आवाज़ में बोला, "अगर मैं तुम्हारी जान बचाता हूँ तो इसके बदले में मुझे क्या मिलेगा?"

आर्या बिना सोचे समझे बोली, "कुछ भी जो तुम्हें चाहिए, तुम ले सकते हो। मैं कुछ भी दे सकती हूँ, पर मुझे बचा लो।"

वह आदमी ऊपर से नीचे तक आर्या को देखता है। आर्या भी उसे ग़ौर से देख रही थी, मगर मास्क के कारण और अँधेरे के कारण आर्या उस आदमी को ठीक से देख नहीं पा रही थी, जो उससे काफ़ी लंबा था, मगर उसका औरा बहुत ही डेंजरस था जिससे साफ़ पता चल रहा था वह कोई नॉर्मल इंसान नहीं है।

वह आदमी अपनी गर्दन को हल्का सा तिरछा करके आर्या के खूबसूरत से चेहरे को देखता है, फिर अपने सर को झुकाकर आर्या के कान में गहरी आवाज़ में बोला, "I want you."

आर्या गुस्से में बोली, "क्या?"

वह आदमी फिर से बोला, "I want you."

आर्या गुस्से में उसे खुद से दूर कर देती है। वह आदमी आराम से अपने पॉकेट की जेब में हाथ डालकर खड़ा हो गया और आर्या लड़खड़ाते हुए ज़मीन पर गिर गई।

तभी वुल्फ फिर से उसकी तरफ़ बढ़ने लगे। आर्या उस आदमी को देखकर बोली, "इसके अलावा तुम कुछ भी माँग सकते हो।"

वह आदमी अपने कदम पीछे लेते हुए बिना भाव के सारकास्टिक टोन में बोला, "बिना फ़ायदे के मैं किसी की हेल्प नहीं करता।"

आर्या को यक़ीन था आज वह पक्का मर जाएगी क्योंकि वह उस आदमी की बात मानने को तैयार नहीं थी। वह आदमी किनारे खड़ा हो गया और ऐसे आर्या को देखने लगा जैसे कोई बहुत बड़ा शो देख रहा हो।

वुल्फ आर्या को चारों तरफ़ से घेर लेते हैं। आर्या और रोने लगी। वह वुल्फ एक साथ आर्या के ऊपर हमला कर देते हैं। आर्या इस बार डरते हुए चिल्लाई।

कुछ देर बाद ही उस जगह पर सिर्फ़ खून ही

खून नज़र आ रहा था। इसके साथ ही एक अजीब सी शांति वहाँ पर फैल गई थी।

कंटिन्यू,,,,

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