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"I'll make you mine tonight."

Swimming pool के अंदर आर्या और वह आदमी था। आर्या ठीक से खड़ी हो जाती है और अपने चेहरे पर आए पानी को साफ करते हुए लंबी-लंबी साँसें लेने लगी।

 तभी जिस आदमी को पकड़कर उसने खींचा था वह भी आर्या के पीछे खड़ा हो जाता है। वह आर्या से काफी लंबा था। आर्या उस आदमी के सीने तक ही आ रही थी।

 उस आदमी ने अपनी ठंडी नजरों से आर्या की पीठ को देखा। तभी प्रिंसिपल सर पूल के पास खड़े होकर घबराते हुए बोले, "मिस्टर वरदान, क्या आप ठीक हैं?" 

फिर प्रिंसिपल सर आर्या को डांटते हुए बोले, "यह तुमने क्या किया? तुमने मिस्टर वरदान को अपने साथ पूल में क्यों खींच लिया? क्या तुम पागल हो गई हो?" 

आर्या डांट सुनकर प्रिंसिपल को देखने लगी।

फिर उसने पलट कर वरदान को देखा। वरदान की गहरी काली आंखों को देखते ही आर्या एक पल के लिए शांत हो जाती है और उसे घूरने लगती है। 

अगले ही पल आर्या गुस्से से बोली, "मिस्टर, आप कौन हो? क्या आप पूल से थोड़ी दूर खड़े नहीं हो सकते थे? आपके कारण मैं पूल में गिर गई!"

वरदान का चेहरा डार्क पड़ गया। वह बहुत ही खतरनाक तरीके से आर्या को देखने लगा। उसका औरा काफी डेंजरस था।

 आर्या एक पल के लिए घबरा जाती है और एक कदम पीछे लेती है। प्रिंसिपल शॉक होकर बोले, "आर्या, यह तुम्हारी गलती थी, तुमने खुद…" मगर प्रिंसिपल अपनी बात पूरी करते उससे पहले ही आर्या अपनी कमर पर हाथ रखते हुए इनोसेंट सा चेहरा बनाकर प्रिंसिपल से बोली, "सर, मेरी कोई गलती नहीं है। सारी गलती इनकी है। इनके कारण ही मैं पूल में गिरी हूं।"

प्रिंसिपल सर के पास कहने के लिए शब्द नहीं बचे थे क्योंकि प्रिंसिपल सर ने अपनी आंखों से देखा था कि आर्या ने वरदान का हाथ पकड़ कर उसे पूल में खींच लिया था।

प्रिंसिपल सर डरते हुए वरदान से बोले, "मिस्टर वरदान, आई एम सॉरी। मिस आर्या हमारे कॉलेज की एक ब्रिलिएंट स्टूडेंट है। वो कभी झूठ नहीं बोलती। शायद सच में उनका पैर फिसल गया होगा और खुद को बचाने के लिए उन्होंने आपको पकड़ लिया होगा और गलती से आप दोनों स्विमिंग पूल में गिर गए होंगे।"

आर्या ने मुंह बनाते हुए वरदान को देखा। वह एक बार फिर से डर गई। वरदान उसकी तरफ अपना एक कदम बढ़ाता है और आर्या के बालों को कस के पकड़ते हुए उसके कान में दांत पीसकर बोला, "इसकी कीमत तुम्हें चुकानी होगी।"

इतना कहते ही वरदान तुरंत वहां से चला गया। प्रिंसिपल सर वरदान के पीछे भाग गए।

आर्या काफी देर तक स्टैच्यू की तरह वहीं पर खड़ी थी। वरदान की आवाज सुनकर उसके रोंगटे खड़े हो गए थे। डर के मारे उसका दिल तेजी से धड़कने लगा। 

अचानक आर्या के दिमाग में कल रात की यादें आ गईं जहां पर वह जंगल में एक आदमी से टकराई थी। आर्या का डर और भी ज्यादा बढ़ जाता है।

आर्या घबराते हुए बोली, "नहीं, नहीं, यह वह आदमी नहीं हो सकता है। मैं बेवजह डर रही हूं। लेकिन इस आदमी ने जब मेरे बालों को टच किया तो मुझे इसका टच इतना जाना पहचाना क्यों लगा? ऐसा लग रहा था जैसे कल रात मैंने जो सपना देखा था और उस सपने में जो आदमी था वह यही था। लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है?" 

आर्या अभी भी घबराई हुई थी तभी उसे सिया की आवाज सुनाई दी, "आर्या! अब क्या पूरा दिन स्विमिंग पूल में ही रहोगी? जल्दी से बाहर निकलो!"

 उसकी आवाज सुनकर आर्या अपने होश में आती है। सिया अपने सर पर मारते हुए बोली, "अरे पागल लड़की! स्विमिंग पूल से बाहर निकलो!"

आर्या अपनी घबराहट को शांत करते हुए स्विमिंग पूल से बाहर निकल जाती है। सिया उसके हाथ को पकड़ कर बोली, "आर्या, तुम्हारे सारे कपड़े गीले हो गए हैं। मेरा घर पास में है, चलो जल्दी से।"

आर्या अभी भी वरदान के बारे में सोच रही थी। ठंडी हवा उसे छूते हुए गुज़र गई जिस कारण आर्या अपने होश में आती है। 

वह अचानक सिया का हाथ छोड़कर बोली, "नहीं, तुम जाओ। तुम क्लास अटेंड करो जाकर। अचानक मुझे अपनी हेल्थ ठीक नहीं लग रही है। मैं घर जाऊंगी।"

सिया ने चिंता से पूछा, "क्या हुआ? क्या तुम्हें फीवर हो गया है?" इतना कहकर वह आर्या के माथे को छूने वाली थी लेकिन आर्या उसके हाथ को पकड़ कर बोली, "तुम क्लास में जाओ, मैं घर जा रही हूं।" इतना कहते ही आर्या क्लास में भाग जाती है। 

उसने अपना बैग उठाया और बिना किसी पर ध्यान दिए घर से भाग गई।

आर्या कॉलेज के बाहर निकल कर अपने सर को नीचे कर लेती है और अपने जूते को घूरने लगती है। उसका दिल अभी भी शांत नहीं हो पा रहा था।

अचानक आर्या के सामने एक कार आकर रुकी। आर्या पहले तो घबरा गई मगर जब उसने देखा यह उसका ड्राइवर है तो वह जल्दी से कार के अंदर बैठ जाती है। 

ड्राइवर मिरर में एक नजर आर्या को देखता है फिर कार स्टार्ट कर देता है। आर्या विंडो के बाहर देखते हुए मन में बोली, "मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कल रात मैंने जो सपना देखा था असल में वह एक हकीकत थी? क्या सच में कल रात कोई मेरे साथ था पर जब मैं सुबह उठी तो मैं बेड पर अकेले क्यों थी?"

आर्या अपने सर को पकड़ लेती है तभी ड्राइवर ने बोला, "मिस, क्या आपके सर में दर्द है?" 

आर्या ने बिना आंखें खोले ही जवाब दिया, "नहीं, मैं ठीक हूं। जब घर आ जाएं तो मुझे बता देना।"

प्रिंसिपल ऑफिस के विंडो के पास एक परछाई खड़ी थी जिसकी नज़र केवल आर्या के ऊपर थी। तभी एक आदमी उस परछाई के पीछे खड़ा हो गया और बोला, "मास्टर, क्या मेरे लिए कोई ऑर्डर है?" 

काफी देर तक वहां पर सन्नाटा पसरा रहा। अचानक उस परछाई ने पलट कर उस आदमी को देखा और भारी आवाज में बोला, "मुझे उसकी हर एक इनफॉर्मेशन चाहिए।"

वह आदमी सर झुका कर बोला, "मास्टर, 2 घंटे में आपको सारी इनफॉर्मेशन मिल जाएगी।" इतना कहते ही वह आदमी तुरंत वहां से चला जाता है तो वह परछाई फिर से उस जगह को देखने लगी जहां से आर्या आ गई थी।

 उसकी आंखों में खतरनाक चमक रही थी। उसके होठों पर एक शैतानी मुस्कुराहट आ गई और उसने सिगरेट का कश लेते हुए कहा, "बहुत जल्द तुम मेरी कैद में होगी।"

क्लास रूम में सभी स्टूडेंट अपने नए बायोलॉजी प्रोफेसर का वेट कर रहे थे मगर तभी प्रिंसिपल वहां पर आ गए।

 उन्होंने सभी स्टूडेंट को देखते हुए कहा, "किसी कारण से हमारे नए प्रोफेसर आज क्लास नहीं लेंगे इसलिए मैथ्स के प्रोफेसर आपकी क्लास लेंगे।" इतना कहते ही प्रिंसिपल चले गए। 

वहीं बाकी सब लड़कियां जो केवल अपने नए हैंडसम बायोलॉजी के प्रोफेसर को देखने आई थीं सभी उदास हो गईं और एक दूसरे को देखने लगी क्योंकि कोई भी मैथ्स नहीं पढ़ना चाहता था।

रात के 10:00 बज रहे थे। आर्या अपने रूम में बैठी गेम खेल रही थी तभी किसी ने उसके डोर को नॉक किया। 

आर्या तुरंत दरवाजा खोलती है तो सामने एक गार्ड खड़ा था। आर्या को देखते ही उस गार्ड ने सर झुका कर कहा, "मिस, आपके फादर आज घर वापस नहीं आएंगे। आज वह ओवर टाइम कर रहे हैं। उन्होंने मुझे आपको यह बात बताने के लिए भेजा है।" 

आर्या अपना सर हिलाकर बोली, "ठीक है पर डैडी से कह देना जल्दी सो जाएं वरना उनकी हेल्थ पर असर पड़ेगा

वह गार्ड तुरंत वहां से चला जाता है। आर्या भी दरवाजा बंद कर देती है तभी उसके रूम का विंडो अचानक खुल जाता है और ठंडी हवा अंदर आने लगती है। 

आर्या एक पल के लिए घबरा जाती है मगर फिर खुद को शांत करते हुए बोली, "यह बस हवा थी।"

 आर्या गहरी सांस लेते हुए विंडो के पास जाकर चमकते हुए चांद को देखती है फिर बेड पर जाकर लाइट बंद करके सो गई।

ठीक 12:00 बजे आर्या को महसूस हुआ कोई उसे छू रहा है। आर्या अपनी आंखें खोलने की कोशिश करती है मगर वह अपनी आंखें खोल नहीं पा रही थी।

आर्या ने महसूस किया जो हाथ उसे टच कर रहा था वह धीरे-धीरे उसके चेहरे को सहला रहा है। वह हाथ उसके गर्दन से होते हुए उसकी कमर पर आ जाता है। फिर उसके शर्ट के अंदर।

"आह!" आर्या को अपने सीने में तेज दर्द हुआ जिस कारण उसकी आह निकल गई। तभी उसे एक गहरी और मैग्नेटिक आवाज सुनाई दी, "Babygirl, you're so hot and soft. I'll make you mine tonight."

आर्या उठने की पूरी कोशिश कर रही थी लेकिन उठ नहीं पा रही थी। आर्या घबराहट से रोने लगी तभी बेड के पास रखा जग अपने आप जमीन पर गिरकर टूट गया और आर्या एक झटके से उठकर बैठ गई। डर के कारण उसके माथे से पसीना निकल रहा था।

आर्या का पूरा शरीर कांप रहा था तभी उसकी नजर खुद पर गई तो वह शॉक हो गई क्योंकि उसने अपर बॉडी पर सिर्फ ब्लैक ब्रा पहना था। उसका शर्ट जमीन पर पड़ा था।

आर्या का चेहरा डर से पीला पड़ गया।

कंटिन्यू…

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